स्थानीय थाना क्षेत्र के चिल्को गांव में अंधविश्वास से प्रेरित एक भयावह घटना में सोमवार को एक दंपत्ति की एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने बेरहमी से हत्या कर दी। जादू-टोना करने के आरोप में दंपत्ति पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया,
जिससे उनकी दुखद मौत हो गई। मृतकों की पहचान 69 वर्षीय जागेश्वर उर्फ जागीर भुल्ला और उनकी 63 वर्षीय पत्नी जसो उर्फ सानिया देवी के रूप में हुई है, जो दोनों मसानजोर गांव के निवासी हैं। ग्रामीणों ने दावा किया कि दंपत्ति जादू-टोना करते थे और उन्हें फागु नैया नामक ग्रामीण की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया।
मृतकों को पुनर्जीवित करने का दबाव उस दिन की शुरुआत में, चिल्को निवासी फागु नैया की कई दिनों तक बीमार रहने के बाद मृत्यु हो गई थी। अंधविश्वास से प्रेरित ग्रामीणों का मानना था कि जागेश्वर और उनकी पत्नी उनकी मौत के लिए जिम्मेदार हैं। ग्रामीणों के एक समूह ने दंपत्ति को उनके घर से घसीटा और उन पर फागु नैया को पुनर्जीवित करने का दबाव बनाया, जिनकी मृत्यु महज दो घंटे पहले हुई थी।
मृतक को वापस जीवित नहीं किया जा सकता, इस बात पर जोर देने के बावजूद दंपत्ति पर बेरहमी से हमला किया गया। गुस्साए ग्रामीणों ने दंपत्ति के इनकार को जादू-टोना करने का सबूत मानते हुए उनके सिर और चेहरे पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जांच शुरू
पुलिस अधीक्षक (एसपी) मदन कुमार आनंद, एसडीपीओ राजेश कुमार और फोरेंसिक टीम के साथ घटना की जांच करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। दंपत्ति के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेज दिया गया।
एसपी मदन कुमार आनंद ने पुष्टि की कि दंपत्ति की धारदार हथियार से हत्या की गई है। इसके अलावा, फागू नैया का शव भी घटनास्थल पर मिला, जिसकी पहले स्वाभाविक मौत हो चुकी थी। उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे।
ग्रामीण भागे हुए
घटना के बाद से, क्रूर हत्या में शामिल सभी लोग गांव से भाग गए हैं। यह पता चला है कि जागेश्वर भुल्ला भूत-प्रेत भगाने के लिए जाना जाता था, जिससे ग्रामीणों को जादू-टोना करने का संदेह हो सकता है। पुलिस ने अपराधियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने का संकल्प लिया है। एसपी मदन कुमार आनंद ने आश्वासन दिया कि दोषियों को उनके किए की कड़ी सजा मिलेगी, क्योंकि इस चौंकाने वाले और दुखद मामले की जांच जारी है।
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